Hindu Migrants: एशिया-प्रशांत क्षेत्र हिंदू प्रवासियों के लिए सबसे बड़ा स्रोत है, जहां 95% हिंदू प्रवासी पैदा हुए हैं. भारत, जहां हिंदू धार्मिक बहुसंख्यक हैं.
Global Hindu Migrants: दुनिया की मौजूदा आबादी 800 करोड़ के पार है. इसमें ईसाई और इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों की संख्या क्रमांश 200 करोड़ के पार है. इस कड़ी में हिंदू दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी है, जिसका आंकड़ा 150 करोड़ के करीब है. इसमें से कई आधे से ज्यादा हिंदू अकेले सिर्फ भारत में रहते हैं, बाकी के दूसरे देशों में जिसमें नेपाल और भूटान सबसे आगे हैं. हालांकि, कई सारे हिंदू ऐसे भी है, जो दूसरे देशों में जाकर बसे हुए हैं. इस आधार पर प्यू रिसर्च सेंटर ने एक रिपोर्ट तैयार की है, जो दुनिया भर में मौजूद हिंदू प्रवासियों की जानकारी देता है. डेटा के मुताबिक साल 2020 तक, 13 मिलियन हिंदू अपने जन्म के देश से बाहर निवास कर रहे हैं, जो सभी अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों का लगभग 5 फीसदी है. हालांकि, यह संख्या वैश्विक आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी 15 फीसदी से काफी कम है. इसका मतलब है कि हिंदू प्रवासियों का प्रतिनिधित्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कम है.
हिंदू प्रवासी औसतन अपने मूल देश से 3,100 मील की दूरी तय करते हैं, जो कुल प्रवासियों के औसत 2,200 मील से अधिक है. सबसे अधिक हिंदू प्रवासी एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रहते हैं, जबकि अन्य प्रमुख गंतव्यों में मध्य पूर्व-उत्तरी अफ्रीका (24%) और उत्तरी अमेरिका (22%) शामिल हैं.
हिंदू प्रवासियों का प्रमुख स्रोत
एशिया-प्रशांत क्षेत्र हिंदू प्रवासियों के लिए सबसे बड़ा स्रोत है, जहां 95% हिंदू प्रवासी पैदा हुए हैं. भारत, जहां हिंदू धार्मिक बहुसंख्यक हैं, हिंदू प्रवासियों का प्रमुख स्रोत बना हुआ है.विभाजन और ब्रिटिश शासन के अंत के परिणामस्वरूप, लाखों हिंदू पाकिस्तान और बांग्लादेश से भारत में आ गए. यह ऐतिहासिक प्रवास दशकों तक बना रहा, लेकिन अब इसमें कमी आई है.
हिंदुओं का प्रमुख गंतव्य देश
भारत के बाद अमेरिका में सबसे अधिक हिंदू प्रवासी (2.6 मिलियन) रहते हैं, जो कुल प्रवासियों का 19 फीसदी हिस्सा हैं. अन्य लोकप्रिय गंतव्यों में संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब शामिल हैं, जहां हिंदू प्रवासी अधिकतर अस्थायी श्रमिक होते हैं.
भारत सबसे बड़ा देश
भारत अब तक हिंदू प्रवासियों का सबसे बड़ा स्रोत बना हुआ है, जहां से 7.6 मिलियन हिंदू दूसरे देशों में निवास कर रहे हैं. इसके बावजूद, भारत दुनिया के 94% हिंदुओं का घर होने के बावजूद हिंदू प्रवासियों का केवल 57% स्रोत है.
बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान
बांग्लादेश, जो एक मुस्लिम बहुसंख्यक देश है, 1.6 मिलियन हिंदू प्रवासियों का स्रोत है, जो कुल हिंदू प्रवासियों का 12% है. इसके बाद, नेपाल में पैदा हुए 1.5 मिलियन हिंदू प्रवासी हैं, जो कुल प्रवासियों का 11% हिस्सा हैं. पाकिस्तान, जो एक और मुस्लिम बहुल पड़ोसी है, हिंदू प्रवासियों के लिए चौथा सबसे आम स्रोत देश है. बांग्लादेश और पाकिस्तान से हिंदू प्रवासियों का हिस्सा क्रमशः 21% और 8% है, जबकि भारत और नेपाल में यह प्रतिशत कम है.
1947 का विभाजन
हिंदू प्रवासियों के वैश्विक पैटर्न में भारत सबसे बड़ा स्रोत बना हुआ है, जबकि गंतव्यों में अमेरिका, मध्य पूर्व और भारत जैसे प्रमुख देश शामिल हैं. इतिहास में 1947 का विभाजन और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियां हिंदू प्रवासियों के प्रवास पर प्रमुख प्रभाव डालती रही हैं.
0 Comments