Maharashtra Politics: संजय राउत ने कहा कि बीजेपी में जो लोग माहौल बिगाड़ने के लिए बयान देते हैं उनके मुंह पर सिलाई कौन लगाएगा? मोहन भागवत की सलाह पर कौन अमल करेगा?
Maharashtra News: संजय राउत ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता इफ्तार पार्टी में जा रही है लेकिन महाराष्ट्र में बीजेपी के मंत्री इसका विरोध कर रहे हैं ये कौन सी राजनीति है. कौन सा ढोंग है? जब तक तनाव पैदा नहीं होता तब तक वह चुनाव नहीं जीत पाएंगे. यह इलेक्शन नहीं कर पाएंगे. महाराष्ट्र की हालत क्या है. देश की हालत क्या हो गई है. जुम्मा और होली एक दिन आ गई तो देश में कोई पहाड़ नहीं टूट पड़ा.
शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में यह जो नव हिंदुत्ववादी हैं जो अब तक किसी और पार्टी में थे. जो लोग आरएसएस बीजेपी और स्वतंत्र वीर सावरकर को गाली दे रहे थे, बीजेपी में आ गए हैं और अभी यहां आने के बाद जिस तरीके से उनकी भाषा चल रही है वह ठीक नहीं है. मुसलमान और हिंदुत्व के लिए अलग-अलग दुकान क्या है ऐसे देश कभी चलता है?
उन्होंने आगे कहा कि अखंड हिंदुस्तान की बात करते हो और अखंड हिंदुस्तान में ही आप दो राष्ट्र बना रहे हो एक हिंदुत्ववादी लोगों के लिए और एक मुसलमान के लिए यही हालत विभाजन से पहले हमारे देश में थी. तब डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था, मोहन भागवत बार-बार इस प्रकार के बयान देते हैं. हिंदू मुसलमान को एक साथ काम करना चाहिए हमारा उनसे कोई झगड़ा नहीं है.
भागवत के बयान का पालन कौन करेगा - राउत
संजय राउत ने कहा कि मोहन भागवत का बयान बार-बार आता है कि हमारा और उनका दोनों का डीएनए एक बराबर है तो भागवत के बयान पर अमल कौन करेगा. बीजेपी तो आप ही की पार्टी है. बीजेपी में जितने लोग शामिल हुए हैं उनके ऊपर नियंत्रण कौन रखेगा जिनकी जुबां चल रही है उन पर नियंत्रण रखना चाहिए यह कौन करेगा?
राउत ने कहा कि ''आप देश का माहौल बिगड़ने की कोशिश कर रहे हैं यह जो लोग बयान दे रहे हैं उनके मुंह पर सिलाई कौन मारेगा. हिंदुओं के लिए मटन की अलग दुकान और मुसलमान के लिए मटन की अलग दुकान, देश में क्या तमाशा चलाया है.''
औरंगजेब की कब्र का मसला
औरंगजेब की कब्र के मामले में राउत ने कहा कि वहां सीआईएसफ का प्रोटेक्शन दिया हुआ है. औरंगजेब की कब्र बचाने के लिए सरकार ने अपने ही लोगों से प्रोटेक्शन दिया है. यह सरकारी मामला है उसके ऊपर व्यक्तिगत टिप्पणी करना ठीक नहीं है. कानून व्यवस्था का मामला है. यह देवेंद्र फडणवीस जी देखेंगे और अमित शाह देखेंगे. इस मामले में सब जगह पर विरोध हो रहा है.
किसानों की आत्महत्या का मामला
किसानों की खुदकुशी के मसले पर राउत ने कहा कि 2 साल में 3000 किसानों ने आत्महत्या की है. कल भी बुलढाणा में एक किसान ने आत्महत्याकी है. और आप हलाला और झटका मटन की बात करते हैं यह कौन सा देश चला रहे हैं, हिंदू-मुसलमान करने से क्या यह सभी समस्याएं हल हो जाएंगी.
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