Mallikarjun Kharge On BJP: खरगे ने कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में डीसीसी प्रमुखों से कहा कि हमारे ‘संविधान बचाओ’ अभियान ने संविधान को बदलने की बीजेपी-आरएसएस की गुप्त मंशा को उजागर कर दिया है.
Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार (27 मार्च, 2025) को राज्यों में चुनाव जीतने के लिए दीर्घकालिक रणनीति के साथ एकजुट होकर काम करने के लिए पार्टी की जिला इकाई प्रमुखों से आह्वान किया. उन्होंने कहा कि संगठन की विचारधारा मजबूत है, लेकिन इसे सत्ता के बिना देश में लागू नहीं किया जा सकता है.
खरगे ने जिला कांग्रेस कमेटियों (डीसीसी) के अध्यक्षों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन की पार्टियों ने भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ी, जिससे बीजेपी को 240 सीट तक सीमित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को 20-30 सीट और मिलतीं तो एक वैकल्पिक सरकार बन जाती. डीसीसी अध्यक्षों की बैठक तीन दिनों में अलग-अलग चरण में हो रही है. आज की बैठक में 13 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के डीसीसी प्रमुख शामिल हुए.
‘लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को दिया बड़ा झटका’
खरगे ने कांग्रेस मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ में डीसीसी प्रमुखों से कहा, ‘‘हमारे ‘संविधान बचाओ’ अभियान ने संविधान को बदलने की बीजेपी-आरएसएस की गुप्त मंशा को उजागर कर दिया है. आज, बीजेपी के पास बहुमत नहीं है और वह दो घटक दलों पर निर्भर है. एक प्रधानमंत्री ने अहंकारपूर्वक दावा किया था कि वह 400 सीट जीतेंगे, लेकिन उन्हें हमने एक बड़ा झटका दिया.’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने लगभग 100 सीट हासिल कीं. अगर हमने अधिक मेहनत की होती, तो हम 20-30 सीट और हासिल कर सकते थे. इतनी सीट हासिल करने से देश में वैकल्पिक सरकार बन सकती थी. अगर हमने यह कर लिया होता, तो हम अपने स्वतंत्र संस्थानों, लोकतंत्र और संविधान पर व्यवस्थित हमले को रोक सकते थे.’’
‘जिला अध्यक्ष सिर्फ दूत नहीं पार्टी के सेनापति हैं’
उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह जारी है. कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘हमें इस लड़ाई को सड़कों पर ले जाना चाहिए.’’ जिला अध्यक्षों की भूमिका के महत्व पर जोर देते हुए खरगे ने कहा कि वे सिर्फ दूत नहीं हैं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के सेनापति हैं, जो जमीन पर आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में कहा, ‘‘इसलिए, राहुल गांधी जी और मैंने आपके साथ सीधे संवाद की आवश्यकता को पहचाना.’’
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