VHP On Akhilesh Yadav Gaushala Remark: सपा सांसद अखिलेश यादव के गौशाला वाली विवादित टिप्पणी को लेकर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है. वीएचपी ने कहा कि वो यदुवंशी कहलाने के हकदार नहीं हैं.
VHP Attack On Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के गौशाला वाले बयान पर बवाल मचा हुआ है. सत्ताधारी दल बीजेपी के साथ-साथ अन्य हिंदू संगठन उन पर हमलावर हैं. ताजा घटनाक्रम में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने सपा प्रमुख पर हमला करते हुए कहा कि जिनकी नाक मधुशाला की आदी हो उनको गौशाला में बदबू ही आएगी.
वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘जिन्हें गौ माता में से बदबू आती हो वे क्या यदुवंशी कहला सकते हैं? जिसे माता में बदबू आती हो उससे बड़ा कोई कपूत नहीं. जिन्हें गौ शाला में से बदबू आती हो वे क्या गोपाल श्री कृष्ण के भक्त कहला सकते हैं? जिनकी नाक मधुशाला की आदी हो उनको गौशाला में से सुगंध कैसे आ सकती है!’
राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी को लेकर भी वीएचपी ने साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा, ‘जो युद्ध वीर राणा सांगा को गद्दार बताते हों उन्हें माताओं में से दुर्गंध ही आयेगी ना!! जो अपने बाप का नहीं, चाचा ताऊ का नहीं, गौ माता का कैसे हो सकता है!! नमाजवादी पार्टी के सरगना को गौमाता और हिंदू धर्म के इस अपमान पर अविलंब क्षमा याचना करनी चाहिए अन्यथा गौभक्त हिंदू समाज पार्टी को समय पर मजा चखायेगा. ध्यान रहे कि गौ माता या भक्तों पर जिसने भी प्रहार किया वह उसके कोप से बचा नहीं.’
जिन्हें गौ माता में से बदबू आती हो वे क्या यदुवंशी कहला सकते हैं?
— विनोद बंसल Vinod Bansal বিনোদ বনসল వినోద్ బన్సాల్ (@vinod_bansal) March 27, 2025
जिन्हें गौ शाला में से बदबू आती हो वे क्या गोपाल श्री कृष्ण के भक्त कहला सकते हैं?
जिनकी नाक मधुशाला की आदी हो उनको गौशाला में से सुगंध कैसे आ सकती है!
जो युद्ध वीर राणा सांगा को गद्दार बताते हों उन्हें माताओं में…
क्या बोले थे अखिलेश यादव?
यूपी के कन्नौज में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था, ‘समाजवादी लोग विकास और खुशहाली चाहते हैं. कन्नौज में रहकर हमने लोगों को भाईचारे की सुगंध दी है लेकिन बीजेपी के लोगों में नफरत की दुर्घंध है. ये लोग दुर्घंध पसंद करते हैं इसलिए गौशाला बना रहे हैं और हमें सुगंध पसंद है तो हम इत्र पार्क बनवा रहे थे. ये सरकार सांड पकड़ रही है और उसका पैसा भी खा जाते हैं.’
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