Pahalgam Terror Attack: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. जौनपुर लौटकर आई मॉडल एकता तिवारी ने कई बड़े दावे किए हैं.
Pahalgam Terror Attack: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. जौनपुर लौटकर आई मॉडल एकता तिवारी ने बताया है कि जिन आतंकियों के स्केच सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किए हैं, उनमें से दो वही लोग हैं जो उसे खच्चर पर पहलगाम घुमाने ले गए थे. एकता का कहना है कि इन दोनों ने उसके साथ बदतमीजी भी की थी.
एकता को उनकी हरकतें पहले से ही संदिग्ध लगी थीं इसलिए उसने उनका वीडियो बना लिया था. जब उसने आतंकियों के स्केच देखे तो उसे समझ आया कि वो कितने बड़े खतरे से बचकर निकली है. एकता ने तुरंत सीएम हेल्पलाइन 1076 पर कॉल करके पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिन दो लोगों ने खच्चर चलाए थे, उनके चेहरे स्केच से पूरी तरह मिलते हैं.
एकता तिवारी ने कही ये बात
एक टीवी चैनल से बात करते हुए एकता तिवारी ने बताया कि आतंकी, जो खुद को खच्चर वाला बता रहे थे, उन्हें अपने साथ ले जाना चाहते थे, लेकिन वह उनके साथ नहीं गईं. उन्होंने बार-बार धर्म से जुड़ी बातें पूछीं. इस दौरान उन्होंने एकता और उनके भाई से उनका धर्म पूछा. जब एकता ने बताया कि वह कुरान नहीं पढ़तीं और रुद्राक्ष की माला पहनती हैं तो आतंकियों ने उनके साथ बदतमीजी की.
20 अप्रैल को पहुंची थीं पहलगाम
एकता तिवारी, जो पहले बैंक में काम करती थीं और अब मॉडलिंग कर रही हैं, ने बताया कि वह 13 अप्रैल को अपने परिवार और दोस्तों के साथ मां वैष्णो देवी की यात्रा पर निकली थीं. 16 अप्रैल को वह अपने ग्रुप के साथ सोनमर्ग और श्रीनगर घूमने गईं और फिर 20 अप्रैल को पहलगाम पहुंचीं.
एकता के साथ उनके पति, दो बच्चे, भाई और कुछ दोस्त मिलाकर कुल 20 लोग थे. एकता ने बताया कि उसने पहलगाम घूमने के लिए एक खच्चर वाले से बात की थी, लेकिन वह खुद नहीं आया और उसने कुछ दूसरे खच्चर वालों को भेज दिया. एकता तिवारी आगरा की रहने वाली हैं और पिछले तीन साल से जौनपुर के मड़ियाहूं में किराए के मकान में रह रही हैं. उनके पति प्रशांत तिवारी जल जीवन मिशन, जौनपुर में सीनियर इंजीनियर के पद पर काम करते हैं.
'दो अजनबी लोग भी आए'
एकता तिवारी ने बताया कि खच्चर वाले के साथ दो अजनबी लोग भी आए थे. वे उससे अजीब-अजीब सवाल पूछ रहे थे. पहले उन्होंने अजमेर के बारे में पूछा तो एकता ने कहा कि वह कभी अजमेर नहीं गई. फिर वे अमरनाथ यात्रा के बारे में पूछने लगे और यह जानना चाहा कि कितने लोग आए हैं और कौन किस धर्म से है.
एकता को उनकी बातों से डर लगने लगा इसलिए उन्होंने उन्हें सच नहीं बताया. उन्होंने उसके पति के बारे में भी जानकारी पूछी और शादी से जुड़े सवाल किए. फिर पूछा कि क्या वह कुरान पढ़ती है और किस धर्म को ज्यादा मानती है. उन्होंने खुद को कुरान पढ़ाने वाला बताया.
उनके साथ की बदसलूकी
एकता तिवारी ने बताया कि वो लोग (खच्चर वाले और अजनबी) उन्हें जबरदस्ती बैसरन घाटी ले जाना चाहते थे, लेकिन उनका ग्रुप वहां नहीं गया. इस पर वे लोग गुस्सा हो गए और बदसलूकी करने लगे. एकता ने कहा कि इस घटना के कुछ वीडियो भी उनके पास मौजूद हैं.
उसने बताया कि उनके ग्रुप के आधे से ज्यादा लोग डर की वजह से वापस लौट गए थे. जब सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के स्केच जारी किए तो एकता ने उनमें से एक को पहचान लिया. उनका ग्रुप 21 अप्रैल को पहलगाम से वापस आ गया था.
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