Pahalgam Terror Attack: भारत की कार्रवाई से डरे पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने बीते दिनों कहा था कि पाकिस्तान राजनीतिक रूप से विभाजित है, लेकिन हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट हैं.
Jammu Kashmir Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद भारत के एक्शन से डरे पाकिस्तान के कई नेता कह रहे हैं कि हम भारत के साथ युद्ध नहीं करना चाहते. वहीं, पाकिस्तान में इमरान सरकार के वक्त सूचना एवं आईटी मंत्री रहे चौधरी फवाद हुसैन का भारत को लेकर अजीबोगरीब बयान आया है.
चौधरी फवाद हुसैन ने रविवार (27 अप्रैल, 2025) को एक्स पर पोस्ट कर भारत को बांटने को कोशिश करते हुए कहा, 'भारत में पाकिस्तान के प्रति भय की धारणा विशेष रूप से हिंदी पट्टी में अक्सर पाकिस्तान-भारत सीमा पर जटिल क्षेत्रीय गतिशीलता को प्रभावित करती है.' उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब जैसे राज्य जो पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करते हैं. वहां के लोगों का सीमा पार (पाकिस्तान) के समुदायों के साथ एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध है.
भारत को बांटने की कोशिश कर रहे पाक नेता
पीटीआई के नेता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब के लोगों का ये संबंध पाकिस्तान के साथ संभावित संघर्षों में भारतीय सेना के लिए स्थानीय समर्थन को जटिल बना सकता है, क्योंकि इन क्षेत्रों में निष्ठाएं साझा इतिहास और पहचान से प्रभावित होती हैं. पाकिस्तान के पूर्व मंत्री का ये बयान ऐसे समय में आया है जब पूरे भारत में पहलगाम हमले को लेकर जबरदस्त गुस्सा है और हर कोई पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है.
The perception of Pakistan phobia in India, particularly in the Hindi heartland (Cow belt), often overshadows the complex regional dynamics along the Pakistan-India border. In states like Jammu & Kashmir and Punjab, which share borders with Pakistan, there is a historical and…
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) April 27, 2025
पहलगाम हमले के बाद भारत की कार्रवाई से डरे फवाद हुसैन ने बीते दिनों कहा था कि पाकिस्तान राजनीतिक रूप से विभाजित है, लेकिन हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट हैं. अगर भारत ने हमला किया तो सभी पार्टियां पीएमएल-एन, पीपीपी, पीटीआई अपने देश की रक्षा के लिए पाकिस्तानी झंडे के नीचे एकजुट होंगे. चौधरी फवाद हुसैन ने कहा था कि अधिकारी मीडिया द्वारा फैलाए गए युद्धोन्माद के आगे झुककर लाखों लोगों की जान जोखिम में नहीं डालेंगे.
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