Protests Against Israel In South Asian Islamic Countries Pakistan Bangladesh Maldives Attack On Mob Food Stall Kfc

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Israel-Gaza war: मालदीव ने इजरायली नागरिकों को अपने देश में एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि बांग्लादेश और पाकिस्तान में गाजा युद्ध के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए.

Israel-Gaza war: मिडिल ईस्ट में इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध का असर साउथ एशिया के मुस्लिम देशों पर देखने को मिल रहा है. गाजा में इजरायल लगातार बम बरसा रहा है तो वहीं पाकिस्तान, बंग्लादेश और मालदीप अलग-अलग तरहों के इसका विरोध कर रहा है. मालदीव ने इजरायली नागरिकों को अपने देश में एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि बांग्लादेश और पाकिस्तान में गाजा युद्ध के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए.

मालदीव ने इमिग्रेशन लॉ में किया बदलाव

गाजा पर हमले के विरोध में मालदीव ने इजरायल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसके पासपोर्ट धारकों को देश में प्रवेश से रोकने का ऐलान कर दिया है. इसके लिए मालदीव ने अपने आव्रजन कानून में बदलाव किया है. मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय के एक बयान के अनुसार, संशोधन को सोमवार (14 अप्रैल 2025) को संसद से पारित किया गया और मंगलवार (15 अप्रैल) को राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इसे मंजूरी दी. मुइज्जु के ऑफिस ने एक बयान में कहा, "यह निर्णय फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायल की ओर से किए जा रहे अत्याचारों और नरसंहार के जारी कृत्यों के जवाब में सरकार के रुख को दर्शाता है."

इजरायल ने भी अपने नागरीकों को दी ये सलाह

अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 में लगभग 11,000 इजरायल के लोगों ने मालदीव का दौरा किया था. साल 2025 के पहले चार महीनों में केवल 520 इजरायली मालदीव आये हैं. यह आंकड़ा 2024 के इसी समय की तुलना में 88 फीसदी कम है. इजराइल ने अपने नागरिकों से मालदीव छोड़ने का आग्रह किया है. इजरायली विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, "मालदीव में रह रहे इजरायली नागरिकों को देश छोड़ने पर विचार करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि अगर वे किसी भी कारण से संकट में पड़ जाते हैं तो हमारे लिए उनकी मदद करना मुश्किल हो जाएगा."

बांग्लादेश सड़कों पर उतरे लाखों लोग

अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में इजरायल की कार्रवाई का विरोध करने के लिए रविवार (13 अप्रैल 2025) को लगभग एक लाख लोग ढाका की सड़कों पर उतरे. प्रदर्शनकारियों ने गाजा पट्टी में इजरायल की ओर से किए जा रहे हमले की निंदा करते हुए ढ़ाका में रैली निकाली. यहां हजारों लोग फिलिस्तीन का झंडा अपने हाथ में थामे हुए थे और फ्री फिलिस्तीन और इजरायल मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे. ढाका में हुए इस प्रदर्शन को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और इस्लामी समूहों ने समर्थन दिया.

बांग्लादेश में भीड़ ने इजरायल, अमेरिका और इनके सहयोग देशों जुड़े व्यवसायों को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ भी की थी. बोगरा, सिलहट, कॉक्स बाजार समेत कई जिलों में बाटा, केएफसी और पिज्जा हट जैसे प्रतिष्ठानों पर हमले किए गए. बांग्लादेश के इजरायल के साथ राजनयिक संबंध नहीं हैं.

पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन

पाकिस्तान में रविवार (13 अप्रैल 2025) को  हजारों लोग गाजा में इजरायल की कार्रवाई का विरोध करने के लिए कराची की सड़कों पर उतरे. पाकिस्तान का इजरायल के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं है. वह लगातार इजरायल-हमास में स्थायी सीजफायर की मांग करता रहा है. पिछले हफ्ते रावलपिंडी में एक अमेरिकी फास्ट फूड आउटलेट पर इजरायल विरोधी प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी.

तहरीक-ए-लब्बैक (टीएलपी) के समर्थकों ने रावलपिंडी में एक और फास्ट फूड आउटलेट में तोड़फोड़ की, जबकि कराची में KFC आउटलेट में भीड़ ने तोड़फोड़ की. पाकिस्तान की मुख्य धार्मिक राजनीतिक पार्टी टीएलपी के हजारों समर्थकों ने गाजा में युद्ध को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका और इजरायल के खिलाफ लाहौर में रैली निकाली. पाकिस्तानी अखबार द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक डीआईजी साउथ जोन सैयद असद रजा ने बताया कि करीब 40 लोगों ने लाठी और पत्थर से केएफसी आउटलेट पर हमला किया.

उन्होंने बताया कि हमलावरों के मकसद गाजा में अमेरिका और इजरायल की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना था. पाकिस्तान की संसद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर गाजा में इजरायली सेना की ओर से जारी सैन्य हमले और उससे संबंधित अत्याचारों की कड़ी निंदा की. पाकिस्तान के विधि एवं न्याय मंत्री आजम नजीर तारा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह गाजा में कथित युद्ध अपराधों के लिए इजरायल को जवाबदेह ठहराए.

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