TMC Mp Sagarika Ghosh Allegation On BJP Spreading Fake News As Party Shares West Bengal Violence Photos

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Sagarika Ghosh Slams BJP: तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सागरिका घोष ने आरोप लगाया कि बीजेपी इंटरनेट पर हिंसा और आगजनी की फर्जी तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रही है.

TMC On Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार (13 अप्रैल, 2025) को दावा किया कि सोशल मीडिया पर हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले के लोगों की कथित तस्वीरें और वीडियो फर्जी हैं और उसने इसके पीछे साजिश होने का आरोप लगाया. वहीं, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आरोप लगाया कि लोग इसलिए भाग रहे हैं क्योंकि राज्य में ‘‘धार्मिक उत्पीड़न वास्तविकता है.’’

मुर्शिदाबाद जिले के सुती और शमशेरगंज ब्लॉक में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, कई अन्य घायल हो गए और कई दुकानों में आग लगा दी गई. शुक्रवार (11 अप्रैल, 2025) को हिंसा शुरू होने के बाद से सैकड़ों लोग उन इलाकों से भाग रहे हैं.

टीएमसी ने बीजेपी पर लगाया ये आरोप

तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सागरिका घोष और प्रवक्ता कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि बीजेपी इंटरनेट पर हिंसा और आगजनी की फर्जी तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रही है और उन्हें पश्चिम बंगाल में घटित घटना बता रही है. सागरिका ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर बीजेपी की राज्य इकाई की ओर से जारी एक पोस्ट को शेयर किया, जिसमें पश्चिम बंगाल में नौ हिंदू त्योहारों के दौरान हिंसा दर्शाती तस्वीरें हैं. उन्होंने दावा किया कि राज्य में ऐसी कोई भी घटना नहीं हुई और इसको लेकर जगहों को भी बताया.

सागरिका ने दावा किया, ‘‘यह बीजेपी का झूठ, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और उकसावे की राजनीति का अभियान है.’’ उन्होंने पुलिस से कार्रवाई करने का आग्रह किया. सागरिका ने कहा, ‘‘मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. बंगाल सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी और हिंसा करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी, चाहे वे किसी भी समुदाय या धार्मिक पहचान के हों. हालांकि, बीजेपी इस समय धार्मिक ध्रुवीकरण और उकसावे की राजनीति कर रही है.’’

कुणाल घोष ने क्या किया दावा?

कुणाल घोष ने दावा किया कि हिंसा को दर्शाने वाली तस्वीरों का मुर्शिदाबाद हिंसा से संबंध नहीं हैं बल्कि ये असम, लखनऊ, जालंधर और कर्नाटक सहित अलग-अलग जगहों पर हुई घटनाओं की हैं. कुणाल ने कहा, ‘‘जो राजनीतिक दल लोकतांत्रिक तरीके से जीत नहीं सकते, वे शांति भंग करने की ऐसी साजिशों में लिप्त हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों का भी दुरुपयोग कर रही है.

तृणमूल नेताओं का यह बयान बीजेपी के इस आरोप के जवाब में आया है कि तृणमूल के शासनकाल में कट्टरपंथी तत्वों का हौसला बढ़ गया है, जिसके कारण मुर्शिदाबाद जिले में हिंदुओं पर लक्षित हमले हो रहे हैं.

बीजेपी ने क्या किया दावा?

पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने एक पोस्ट में दावा किया, ‘‘धार्मिक कट्टरपंथियों के डर से मुर्शिदाबाद के धुलियान से 400 से ज्यादा हिंदू नदी पार भागने और मालदा के वैष्णवनगर के देवनापुर-सोवापुर जीपी के पार लालपुर हाई स्कूल में शरण लेने को मजबूर हुए. बंगाल में धार्मिक उत्पीड़न वास्तविकता है.’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘तृणमूल कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति ने कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा दिया है. हिंदुओं को शिकार बनाया जा रहा है, हमारे लोग अपनी ही जमीन पर जान बचाने के लिए भाग रहे हैं! कानून और व्यवस्था को इस तरह से बिगड़ने देने के लिए राज्य सरकार को शर्म आनी चाहिए.’’ अधिकारी ने मुर्शिदाबाद में तैनात केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और जिला प्रशासन से इन विस्थापित लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया.

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